हैलो दोस्तो क्या आपको IUCN की रेड डाटा बूक के बारे मे जानकारी है क्या आपको IUCN क्या है इसकी जानकारी है आज मैं इस पोस्ट मे रेड डाटा बूक क्या है?और यह कैसे काम करता है इसकी पूरी जानकारी दूंगा।
रेड डाटा बूक क्या है?
दोस्तो आप इस पोस्ट को पढ़ रहे है की क्यूंकी आपको रेड डाटा बूक क्या है इसके बारे मे जानकारी चाहिए तो मैं आपको इसके संबन्धित सभी जानकारी साझा करने जा रहा हूँ।
दोस्तो पूरी दुनिया मे करोड़ो जीव जन्तु रहते है कोई जीव जन्तु भूमि पर रहता है कोई पानी मे रहता है तो कोई जंगल मे रहता है, इसमे से बहुत सारे ऐसे जीव जन्तु हैं जो पहले दिखाई पड़ते थे लेकिन अब वो दिखाई नहीं देते है।
रेड डाटा बूक इनहि नहीं दिखाई देने वाली जीव जन्तु की एक किताब है जिसमे दुनिया भर से लुप्त हो रहे जीव जन्तुओ की जानकारी रखता है।
अब जैसे मे कुछ साल पहले हम गिद्ध पंक्षी को आसानी से आस पास देख पाते थे लेकिन अब हम गिद्ध को नहीं देख पाते है ऐसा इसलिए क्यूकी ये लुप्त हो रहे है।
ऐसे ही बहुत सारे जीव जन्तु धीरे धीरे लुप्त हो रहे है इसी को हम रेड डाटा बूक मे जानकारी रखते है।
रेड डाटा बूक को चलाने वाला या प्रकाशित करने वाला Academy का नाम है IUCN अब इसका काम क्या है वो जान लेते है।
IUCN क्या है
IUCN एक प्रकार का संघ हैं जो रेड डाटा बूक को प्रकाशित करती है और दुनिया मे जीतने भी जीव जन्तु की डाटा है उसपर नजर बनाए हुवे रखती है दुनिया मे कितने जीव जन्तु लुप्त हो रहे है इसकी सम्पूर्ण जानकारी IUCN रखती है।
IUCN का पूरा नाम होता है International Union for Conservation of Nature
हिन्दी मे पूरा नाम है अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ जिसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड मे है और इसका स्थापना 1964 ने किया गया था, और इसका मुख्य लक्ष्य दुनिया मे प्रकिती की चीजों की जानकारी रखना और इसकी देख भाल करना।
INCU रेड डाटा बूक काम कैसे करती है
दोस्तो दुनिया की पहली रेड डाटा बूक जो की IUCN ने 1 जनवरी 1972 मे प्रकाशित किया था इसमे स्तनधारी जीवो के बिषय मे जानकारी था और अब तक IUCN ने 5 रेड डाटा बूक प्रकाशित किया है जो की अलग अलग जीव जंतुवों के लिए है।
IUCN की 5 रेड डाटा डाटा बूक
- प्रथम बूक-स्तनधारी जीव के लिए
- द्वितीय बूक - पंक्षी के लिए
- तीसरी बूक - मृस्थलीय उभयचर
- चौथी बूक - मछलियाँ के लिए
- पाँचवी बूक - पौधे, वनस्पतीया के लिए
IUCN की श्रेणियाँ [जीव वर्गिकरण ]
दोस्तो आपके मन मे Red data book kya hai और IUCN के बारे मे जानने के बाद एक और सवाल आ रहा होगा की आखिर IUCN अपने लाल किताब [रेड बूक] मे जीव जन्तुओ वर्गिकरण कैसे करते होगा।
IUCN अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ अपने रेड डाटा बूक मे दुनिया के सभी जीव जन्तुओ को 9 श्रेणियों मे विभाजित किया है जो की मैंने नीचे आपको बिस्तारित रूप मे बताया हैं ।
1. बिलुप्त [extinct] - इस श्रेणी मे उसी जीव की प्रजाति को रखा जाता हैं जो की समाप्त हो चुका है या इस धरती पर उस प्रजाति का कोई भी सदस्य नहीं बचा हो।
2. वन विलुप्त [Extinct in the wild] - इस श्रेणी मे उसी जीव की प्रजाति को रखा गया है जो वन से समाप्त हो चुका है लेकिन अभी भी वो चिड़ियाघर, या अपने किसी मूल निवास से अलग पर रह रहे हैं ।
3. घोर संकट ग्रस्त [Critically Endangered] - इस श्रेणी मे उसी जीव की प्रजाति को रखा गया है वन मे बहुत कम मात्र मे है उनकी संख्या बिलकुल ना के बराबर है औएर वो लगभग समाप्त होए के कगार पर खड़े है।
4. संकट ग्रस्त [Endangered] - इस श्रेणी मे उसी जीव की प्रजाति को रखा गया है जिस पर बिलुप्त होने का संकट है।
5. असुरक्षित [Vulnerable] - इस श्रेणी मे उसी जीव की प्रजाति को रखा गया है वन मे इसका संकट ग्रस्त होने की संभावना है।
6. संकट निकट [Near Threatened] - इस श्रेणी मे उसी जीव की प्रजाति को रखा गया है जिसका भविष्य मे बिलुप्त होने का खतरा बना हुआ है।
7. संकट मुक्त [Least Concern] - इस श्रेणी मे उसी जीव की प्रजाति को रखा गया है जिसका संख्या अधिक मात्र मे है और इस पर कोई खतरा नहीं है ये विस्तृत क्षेत्र मे पाये जाते है।
8. आंकडो का अभाव [Data dificient] - इस श्रेणी मे हम उन जीव को रखते है जिसका डाटा की जानकारी नहीं है और इसका अनुमान भी नहीं लगाया जा सकता है।
9. अनकालित [Not Evaluated] - इस श्रेणी मे उन जीव जन्तुओ को रखा गया है जिसका अभी तक मतलब कभी नहीं आंकड़ा निकाल गया उसकी अभी तक कोई भी मापदंड ही नहीं निकाला गया है।
रेड डाटा बूक की रोचक जानकारी
- भारत मे गंभीर रूप से 132 जीव और वनस्पतियों को लुप्त प्राय घोसीत किया गया है जो कि बहुत दुख की बात है।
- भारत मे 1952 मे चीता को बिलुप्त प्रजाति के रूप मे घोसीत कर दिया गया।
- भारत मे करीब करीब 1250 एवल पक्षी की प्रजातिया पायी जाती है।
- दुनिया मे करीब 87 लाख प्रजातिया है और हर दिन किसी न किसी जीव या वनस्पति की खोज हो जाता है।
- दुनिया मे गंगा नदी की गंगा नदी की डोलफ़िन, हूलोक गिब्बन नाम का बंदर, आशियाटिक लायन, घाट वरट मेढक, पूर्वी रूस में पाये जाने वाला अमूर तेंदुआ, वैक्विटा नाम की एक बड़ी समुद्री मछली, सुमात्रा में पाए जाने वाले गैंडे, काले गैंडे, अमूर तेंदुए, जंगली हाथी इत्यादि अभी बिलुप्त हो गए है या संकट ग्रस्त है।
दोस्तो मुझे उम्मदी है की आपको रेड डाटा बूक की सम्पूर्ण जानकारी और रेड डाटा बूक कैसे काम करता है इसकी पूरी जानकारी मिल गयी होगी।
अगर आपको ये पोस्ट अच्छा लगा तो share करना न भूलिएगा और कोई सवाल है तो नीचे comment मे जरूर पूछिए मिलते है अगले पोस्ट मे।
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