DM full Form (DM कौन होता है?) :- आप सब लोगो ने अपनी जिंदगी में DM के बारे में कभी ने कभी ज़रूर से सुना होगा। हम जब भी DM शब्द सुनते है तो हमारे मन मे ये सवाल ज़रूर से आता है कि आखिर ये DM कौन होता है इसका Full Form क्या होता है। आप अभी इस आर्टिकल को पढ़ रहे हो इसका मतलब आपके मन मे भी ये सवाल ज़रूर से आया होगा।
नमस्कार दोस्तों, आप सभी का Gadget Masterji के नए आर्टिकल में स्वागत है। मैं जसवंत आज आपको इस आर्टिकल में बताऊंगा की DM Full Form, DM कौन होता है, DM के Exam Pattern, DM की Salary और साथ ही बताऊंगा की DM कैसे बने?
तो यदि आप भी DM बनना चाहते हो या DM के बारे में संपूर्ण जानकरी पाना चाहते हो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक ज़रूर से पढ़ना।
जैसा कि हमने आपको पिछले आर्टिकल में बताया था कि आखिर कैसे आप खुद का CSC केंद्र खोलकर पैसे कमा सकते हो? और इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे Full Form Of DM और DM कैसे बने? तो चलो बिना देरी किये जानते है।
DM Full Form
वैसे तो DM की अलग अलग Full Forms होती है, लेकिन आज हम भारत के एक सरकारी पद DM की फुल फॉर्म जानेंगे और उस DM की Full Form "District Magistrate" होती है।
● DM Full Form - District Magistrate ● DM Full Form In Hindi - जिला अधिकारी
DM की फुल फॉर्म "District Magistrate" होती है जिसे हिंदी भाषा मे "जिला अधिकारी" कहते है, ये एक सरकारी पद होता है। आज भारत का हर व्यक्ति एक बार DM के पद को ज़रूर से पाना चाहता है।
एक DM यानी District Magistrate के पास ऐसे बहुत सारे अधिकार होते है, जो आपको किसी दूसरे पद देखने को नही मिलते है। एक जिला अधिकारी की सैलेरी भी बहुत अच्छी होती है जिसके चलते हर कोई व्यक्ति DM बनना चाहता है।
इसीलिए आज हमने आपको इस आर्टिकल में DM यानी District Magistrate के बारे में पूरी जानकारी दी है। यहां हमने आपको बताया है कि District Magistrate यानी DM कौन होता है, DM की salary कितनी होती है?, DM बनने के लिए qualification, DM बनने की चयन प्रक्रिया और साथ ही DM कैसे बने? इसके बारे में विस्तार से बताने का प्रयास किया है।
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तो चलो सबसे पहले जानते है कि Whom Called DM यानी कि DM Kon Hota hai?
DM कौन होता है?
DM एक सरकारी अधिकारी होता है, जो पूरे जिले की देख भाल करना, सुरक्षा व कानून व्यवस्था को सही ढंग से बनाए रखने व चलाने का कार्य करता है, इसे कलेक्टर कहते है। आज भारत मे हर जिले का एक DM (जिला अधिकारी) अवश्य होता है और ये अनिवार्य भी है।
DM पूरे जिले का मुखिया होता है। जिला अधिकारी के नीचे पुलिस से लेकर सभी अधिकारी कार्य करते है और ये सभी जिला अधिकारी के दिए हुए निर्देश का पालन भी करते है। DM को जिला अधिकारी, जिला कलेक्टर और जिला दंडाधिकारी भी कहते है। इसके अलावा प्रत्येक जिले में एक न्यायालय होते है, इस न्यायालय में जो न्यायाधीश होता है उसे जिला न्यायाधीश कहते है।
तो चलो अब Function Of DM यानी जिला अधिकारी (DM) के क्या क्या कार्य होते है उनके बार मे जान लेते है।
DM के कार्य क्या क्या होते है?
जैसा ही हमने आपको अभी बताया था कि DM का कार्य पूरे जिले की देख-भाल करना होता है और साथ ही उसके नीचे काम करने वाले अधिकारियों पर नजर रखना होता है। लेकिन इस सभी कार्यो के अलावा भी DM के कुछ मुख्य कार्य भी होते है, जो कुछ इस प्रकार से है।
- जिले में कानून व्यवस्था की स्थापना करना।
- जिले के सभी पुलिस अधिकारियों व जेलों का निरीक्षण करना।
- जिले में जिला अधिकारी के नीचे काम करने वाले सभी सरकारी अधिकारियों का निरीक्षण करना।
- जिले में होने वाले अपराधों की वार्षिक रिपोर्ट सरकार को देना।
- मृत्यु दंड के कार्यान्वयन को प्रमाणित करना।
- सभी प्रकार के कार्यो की जानकारी मंडल आयुक्त को देना।
- मंडल आयुक्त की अनुपस्थिति में विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष के रूप में कार्य करना।
- साथ मे कार्य करने वाले सभी मजिस्ट्रेटों का निरीक्षण करना।
- न्यायालय में निवारक खंड से संबंधित मुक़द्दमों की सुनवाई करना।
ये सभी वो मुख्य कार्य होते है जो एक जिला अधिकारी को करने पड़ते है तो चलो अब DM Sallery यानी कि जिला अधिकारी को कितनी सैलेरी मिलती है? इसके बारे में जान लेते हैं।
District Magistrate (DM) की सैलेरी कितनी होती है?
DM यानी जिला अधिकारी का पोस्ट एक IAS Officer का पद होता है। जिसके कारण DM कि सैलेरी सीनियर service व एक IAS Officer के पद के अंतर्गत आती है।
सामान्यतः एक जिला अधिकारी यानी DM की हर महीने की सैलेरी 75,000 हजार रुपयों से लेकर 1.5 लाख रुपयों के बीच मे ही होती है। जो प्रमोशन व पद के हिसाब से कम ज्यादा होती रहती है।
सैलेरी के साथ साथ DM को सरकार कुछ और सेवाए भी फ्री में प्रदान करती है।जैसे कि कार्य काल के समय तक रहने के लिए एक घर, ईधर उधर आने जाने के लिए निजी गाड़ी और 24 घण्टे सुरक्षा आदि सेवाए।
तो चलो अब DM Kaise Bane यानी कि DM बनने के लिए क्या क्या जरूरी होता है उसके बारे में जान लेते है।
DM कैसे बने? पूरी जानकारी
वैसे तो Dm बनने के लिए आपको DM का एग्जाम देना पड़ता है लेकिन उस पहले आपको IAS ऑफिसर बनाना पड़ता है, जिसके बाद ही आप DM का पेपर दे सकते हो।
यदि आपका भी सपना है कि आप एक DM बने, तो इसके लिए सबसे पहले UPSC के द्वारा आयोजित कि जाने वाला CSE की परीक्षा में भाग लेना होगा और उस उतीर्ण करना होगा यानी पास करना होगा। इस परीक्षा को पास करने के बाद में आप एक IAS Officer बनोगे।
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IAS ऑफिसर बनने के बाद आप बहुत ही आसानी से DM का एग्जाम दे सकते हो, लेकिन उससे पहले DM बनने के लिए कुछ जरूरी शर्तें होती है जिन्हें पूरा करना पड़ता है जैसे कि आयु सीमा व योग्यताएं।
तो चलो बिना देरी किये Age Required For Become DM और QualificationFor become DM यानी कि Dm बनने के लिए आयु व योग्यताएं क्या क्या होनी चाहिए के बारे में जान लेते है…
DM बनने के लिए आयु कितनी चाहिए?
सरकार ने DM (District Magistra) बनने के लिए हर एक जाति, वर्ग (Class) के लिए अलग अलग Age तय करके रखी है। लेकिन पोजीशन सभी का ही होता है। समाज मे कुछ वर्गों को आरक्षण मिला हुआ है इसके कारण सब वर्गों के लिए अलग अलग Age निश्चित की हुई है।
वर्ग (Class) | न्यूनतम आयु | अधिकतम आयु |
---|---|---|
सामान्य वर्ग | 21 वर्ष | 30 वर्ष |
OBC | 21 वर्ष | 33 वर्ष |
SC / ST | 21 वर्ष | 35 वर्ष |
हम उम्मीद है अब आपको पता चल गया होगा कि DM बनने के लिए किस वर्ग के व्यक्ति की आयु कितनी होनी चाहिए, तो चलो अब पढ़ाई की योग्यताओ के बारे में भी जान लेते है।
DM बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
अब आप सभी लोगो के मन मे ये सवाल आ रहा होगा की आखिर DM बनने के लिए योग्यता (Qualification) क्या होनी चाहिए। तो आपको बता दे कि DM बनने के लिए केवल आपका IAS Officer होना जरूरी है, उसके बाद आप बहुत ही आसानी से DM का एग्जाम दे सकते हो।
लेकिन IAS Officer बनने के लिए आप लोगों को UPSC द्वारा आयोजित CSE की परीक्षा देनी होगी उसके लिए योग्यता निर्धारित की हुई है, वो योग्यता आपके पास होने पर ही आप CSE का परीक्षा दे सकते हो।
CSE की परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए आपके पास में किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय (Univercity) से किसी भी विषय की स्नातक (Graduation) उतीर्ण की डिग्री होनी चाहिए। उसके बाद ही आप CSE की परीक्षा उतीर्ण करके फिर DM बन पाओगे।
तो चलो अब जानते है कि Selection Pattren For Become DM यानी DM का चयन किस प्रकार से किया जाता है? और कितने चरणों के बाद DM का चयन किया जाता है?
DM बनने की चयन प्रक्रिया
यदि आप भी DM बनना चाहते हो और जो निश्चित आयु सीमा व योग्यता आपके पास है तो अब आपको DM की चयन प्रकिया के बारे में पता होना बहुत जरूरी है।
वैसे तो DM के लिए कोई चयन प्रकिया नही होती है, मगर DM बनने के लिए सबसे पहले आपको UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली CSE (सिविल सर्विस एग्जाम) की परीक्षा उतीर्ण करके IAS Officer बनना पड़ेगा।
उसके बाद जब आपका प्रमोशन होगा तब आप DM बन जाओगे। IAS ऑफिसर बनने की चयन प्रक्रिया 3 चरणों मे सम्पन्न होती है। उन 3 चरणों को पार करके आप IAS Officer बनते हो। जो तीनों चरण कुछ इस प्रकार से है।
प्रारम्भिक परीक्षा - Preliminary Exam
IAS ऑफिसर बनने के सबसे पहले चरण में आपको सबसे पहले UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली CSE की परीक्षा देनी होती है। इस परीक्षा में आपको 2 देने पड़ते है, इनमें से पहले पेपर में 100 प्रश्न व दूसरे पेपर में 80 प्रश्न पूछे जाते है।
प्रश्न भले ही पेपर्स में कम ज्यादा पूछे जाते है मगर दोनों पेपर्स 200 - 200 नम्बरों के होते है। प्रत्येक पेपर का एग्जाम देने के लिए आपको 2 घण्टे का समय दिया जाता है। इस परीक्षा को उतीर्ण करने के लिए 33% बनाने पड़ते है, जो व्यक्ति इस एग्जाम में उतीर्ण हो जाता है वह फिर अलगे चरण में प्रवेश कर लेता है।
मुख्य परीक्षा - Main Exam
जो व्यक्ति प्रारम्भिक परीक्षा को उतीर्ण कर लेता है, वो फिर मुंख्य परीक्षा में हिस्सा ले सकता है। मुख्य परीक्षा में आपको कुल 9 पेपर देने पड़ते है, जो कुल 1750 अंको के होते है। इनमें से 2 पेपर 300 - 300 अंको के होते है, प्रत्येक पेपर को देने के लिए आपको 3 घण्टे का समय दिया है जिनमें आपको केवल उतीर्ण होना पकड़ता है।
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लेकिन 7 पेपर 250 - 250 अंको के होते है और इसमे भी आपको प्रत्येक पेपर को देने में 3 घण्टे का समय मिलता है, लेकिन इन 7 पेपरों का परिणाम मैरिट के आधार पर निकलता है।
मुख्य परीक्षा, प्रारंभिक परीक्षा से थोड़ी कठिन होती है लेकिन यदि कोई इस Exam को भी उतीर्ण कर लेता है तो उसके बाद उस व्यक्ति तीसरे चरण में साक्षात्कार यानी कि इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
साक्षात्कार - Interview
साक्षात्कार (Interview) आईएएस ऑफिसर बनने का आखिर चरण होता है, जो व्यक्ति प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा को उतीर्ण कर लेता है वहीं व्यक्ति इस चरण में आ सकता है। ये चरण भी उतना आसान नही होता है, आपका साक्षात्कार कुल 275 अंको का होता है और आपने जिस भी भाषा मे परीक्षा दी है उसी भाषा मे आपका इंटरव्यू होता है।
इंटरव्यू में आपसे शौक (Hobbies), करंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान और स्थिति के संबंधित कुछ सवालों के साथ साथ कुछ मौखिक सवाल पूछे जाते है। इंटरव्यू एक तरह से आपके व्यक्तित्व, स्वभाव व वार्तालाप करने के तरीके का टेस्ट होता है।
जो भी व्यक्ति इस इंटरव्यू वाले चरण को उतीर्ण कर लेता है उसे फिर IAS Officer बना दिया जाता है और यहाँ से फिर जैसे जैसे आपका प्रमोशन होगा, आप DM के पद के नजदीक चलते जाओगे।
DM Exam की तैयारी कैसे करे?
यदि आप भी DM का बनना चाहते हो, तो उसके आपको DM का Exam उतीर्ण करने के लिए एग्जाम की तैयारी करनी पड़ेगी। यहाँ हमने आपको कुछ जरूरी टिप्स दी है जिनकी मदद आप अपनी DM Exam की तैयारी को और मजबूत बना सकते हो।
- सबसे पहले आपको किसी एक्सपर्ट या अनुभवी व्यक्ति की मदद लेकर एक रणनीति तैयार करनी होगी और उसके आधार पर तैयारी करनी होगी।
- DM के एग्जाम में सामान्य ज्ञान (General Knowledge) के भी सवाल आते है, तो आप अपने सामान्य ज्ञान को मजबूत करने के लिए किताबें व न्यूज़ पेपर्स आदि को पढ़ सकते हो।
- आपको कानून के बारे में भी जानकरी होनी चाहिए, कानून के बारे में जानकरी पाने के लिए आप Law की किताबें पढ़ सकते हो।
- परीक्षा के पैटर्न व सिलेबस के बारे में सही जानकारी पाने के लिए पिछले वर्षों के एग्जाम के पेपर्स को देख सकते हो।
- अपनी तैयारी को और मजबूत बनाने के लिए आप मॉडल पेपर्स की भी सहायता ले सकते हो।
- यदि आपको किसी भी प्रकार की जानकारी नही मिल पा रही है, तो आप इंटरनेट की साहयता से उस जानकरी को खोज सकते हो।
- आप इंटरनेट पर Videos या ऑनलाइन Classes भी देख सकते हो, तैयारी को और मजबूत बनाने के लिए।
DM की अन्य Full Fomrs
District Magistrate यानी जिला अधिकारी के अलावा भी DM की अलग अलग डिपार्टमेंट व क्षेत्र में अलग अलग Full form होती है। जैसे कि सोशल मीडिया पर DM की फुल फॉर्म अलग होती है और Games व डिग्रियों इत्यादि में कुछ अलग Full Form होती है।
तो चलो बिना देरी किये DM की दूसरी Full Forms के बारे में भी जान लेते है। जो कुछ इस प्रकार से है..
Full Form | Full Form In Hindi |
---|---|
Diabetes Mellitus | मधुमेह |
Disease Management | रोग प्रबंधन |
Digital Media | डिजिटल मीडिया |
Direct Message | प्रत्यक्ष संदेश |
Direct Mail | सीधा संदेश |
Death Match | मौत का मैच |
Doctor of Managment | डॉक्टर ऑफ मैनेजमेन्ट |
Dual Mode | दोहरा अंदाज |
Deci Meter | डेसी मीटर |
Dry Matter | शुष्क पदार्थ |
आपने क्या सीखा (निष्कर्ष)
हम उम्मीद करते है, की अब आपको DM Full Form, DM कौन होता है और कैसे बने के बारे में पूरी जानकरी मिल गई होगी। आज हमने इस आर्टिकल में हमने निम्नलिखित बिंदुओं के बारे में जानकरी प्राप्त की है।
- DM Full Form
- DM कौन होता है?
- DM के कार्य क्या क्या होते है?
- District Magistrate (DM) की सैलेरी कितनी होती है?
- DM (District Magistrate) कैसे बने? पूरी जानकारी
- DM बनने के लिए आयु सीमा
- DM बनने के लिए योग्यताएं
- DM बनने की चयन प्रक्रिया
- DM Exam की तैयारी कैसे करे?
- DM की अन्य Full Foms
यदि अभी भी आपके मन मे DM Full Form in hindi या Dm कैसे बने से संबंधित कोई भी सवाल या प्रश्न है, तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हो और साथ ही आपको हमारा ये आर्टिकल कैसे लगा कमेंट में ज़रूर से बताए।
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